शब्द का अर्थ
			 | 
		 
					
				| 
					सखी संप्रदाय					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०] निम्बार्क मत की एक शाखा जिसकी स्थापना स्वामी हरिदास (जन्म सम० १४ ४१ वि०) ने की थी। इसमें भक्त अपने आपको श्रीकृष्ण की सखी मान कर उसकी उपासना तथा सेवा करते और प्रयः स्त्रियो के भेष में रहकर उन्ही के आचारों, व्यवहारों आदि का पालन करते हैं।				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
		 |